अंधेरा चाहे कितना ही हो, कविता अपना रास्ता बना ही लेती है !
Story Summary
आज कोरोना वायरस के इस भयावह समय में भी किताब का महत्व कम नहीं हुआ है। बल्कि इस भयावह समय ने तो हमें कविताओं के पास जाने का मौका ही दिया है।आज भी जब हम दुनियाभर की भागंमभाग वाली जिदंगी और इंटरनेट की सवारी करने से थक जाते हैं तो अंत में अपने प्रिय लेखक की कविताओं की किताब के पास ही लौट कर सुकून पाते हैं। हम कविता का साथ चाहते हैं, उनका संग चाहते हैं, इसलिए कि कुछ समय या कम से कम एक रात के लिए ही सही वो हमें राहत दे। हर साल 21 मार्च को वर्ल्ड पोएट्री डे है। वैसे तो कविताएं रोज के जीवन मे भी बहुत जरूरी है, लेकिन यह दिन कविताओं के बारें में बात करने के लिए शायद ज्यादा जरूरी हो जाता है। विश्व कविता दिवस के अवसर पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और साहित्य अकादमी के द्वारा हर साल विश्व कविता उत्सव मनाया जाता है।
इस दिवस का मुख्य उद्देश्य कविताओं का प्रचार- प्रसार करना है। इस दिन के माध्यम से नए युवा लेखकों को प्रोत्साहित किया जाता है। कविताओं के लेखन और पठन दोनों का ही संतुलन बना रहे इसलिए भी यह दिन अहम है। किसी जमाने में कविता एक ताकत थी, वर्तमान मे कविताओं के भविष्य को उज्जवल करने के किए भी इस दिन की शुरुआत की गई।
पहले कविताओं के लिए मंच सजते थे, कई आयोजन होते थे जहां कवियों को आमंत्रित किया जाता था। आमने सामने बैठकर कविताएं कही और सुनी जाती थी, लेकिन अब समय बदल गया है। अब पिछले कुछ समय से जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी की चपेट में है कविता कहने का माध्यम बदल चुका है। अब इंटरनेट पर ऑनलाइन आयोजन की मदद से कविताओं का वर्चुअल पाठ किया जाता है। यहां अगर आप चाहे इमेजस लगा सकते हैं।
कहने का मतलब यह है कि समय चाहे कैसा भी हो कविता अपनी राह बना ही लेती है। कविताएं होती आई है और होती रहेंगी। अब हजारों कवि और लेखक फेसबुक, और अन्य सोशल मीडिया की मदद से कविता कह रहे हैं। जिससे कविताओं के सहारे हम जिंदा रहे, हमारे दिल धड़कते रहे और हम अपने मन की आहट को सुनते रहे।
भारत के महान कवियों द्वारा लिखी गई कविताएं आज भी मन को छू जाती हैं चाहे वह ‘सूर्यकांत त्रिपाठी निराला‘ हो या हरिवंश राय बच्चन की या किसी कवित्री द्वारा लिखी गई कोई अन्य दिल छू जाने वाली कविता। बचपन से ही हम सब की हिंदी और इंग्लिश की किताबों में कविताएं एक खास महत्व रखती है, उन्हें पढ़ना और याद करना अच्छा लगता है।
विश्व कविता दिवस हर साल बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षिक संस्थानों में काव्य लेखन जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। जिसमे विद्यार्थियों को कविताओ से जुडने का मौका मिलता है। जिसमे से कुछ विद्यार्थी तो अपनी अच्छी प्रस्तुति से उभर कर आते है।
उम्मीद करती हूं कि आपको हमारे द्वारा लिखी गई कहानियां पसंद आती होंगी आपका फीडबैक हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।